लेखनी प्रतियोगिता -27-Jan-2023 मैं हूं गेंदा का फूल
शीर्षक-मैं हूं गेंदा का फूल
शीर्षक-मैं हूं गेंदा का फूल
मैं हूं गेंदा का फूल,
सारे जगत में है मेरी रूत,
हर घर की हूं मैं शान,
भगवान के बनी हूं मैं ताज।
सारे जगत में रुत आई,
सुनहरी सुनहरी परत छाई,
पीली पीली साड़ी पहनी,
धरती माता खूब सजी।
घर घर में है मेरी क्यारी,
सबको लगती बहुत प्यारी,
रंग मेरा पितांबरी,
रूप मेरा लुभावनी।
दिसंबर का माह लेकर आया,
नाम कहलाता गेंदा हजारा,
घर घर की शोभा बढ़ाता,
बसंत ऋतु में चार चांद लगाता।
पितांबरी है मेरा रंग,
शोभे भगवन के अंग,
पहनकर प्रभु लगते सुंदर,
प्रभु का रूप देख मन हो जाता हरण।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Pranali shrivastava
31-Jan-2023 03:17 PM
Nice
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Punam verma
28-Jan-2023 08:29 AM
Very nice
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Abhinav ji
28-Jan-2023 07:42 AM
Very nice 👍
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